|| ग्रहों का तत्व ज्ञान ||
वेदों में ज्योतिष का महत्वपूर्ण स्थान है | एक ज्योतिष
शास्त्र ही ऐसा है जो “प्रत्यक्ष” है,जिसके साक्षी “चन्द्र”
और “सूर्य” है ! वेद में भी कहा गया है कि “चन्द्रमा
मनसो जातश्चक्षो:सूर्योअजायत”! अर्थात “चन्द्रमा” वेद के
मन से उत्पन्न हुए है तथा वेद के नेत्रों से“सूर्य” की
उत्पत्ति कही गयी है !वेदांग ज्योतिष में वेद का सर्वोतम
अंग कहा गया है : अधिक जानने हेतु यहाँ क्लिक करें